अफ़सर अली
बैकुण्ठपुर । सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश सरकार ने विधानसभा में अपना बजट प्रस्तुत किया । कोरोना से आर्थिक तंगी झेल रहे प्रदेशवासियों को सरकार से काफी उम्मीद थी, उन्हें लग रहा था कि सरकार कुछ ऐसा करेगी जो कोरोना के चोट पर मलहम का काम करेगी लेकिन भुपेश सरकार ने न्याय के नाम पर जो अन्याय किया है। प्रदेश के सभी वर्गों से जो अपनी वादाखिलाफी से बाज नही आ रही है, जनता अपनी उम्मीदों पर पानी फेरते हुये सरकार को यह कहते हुये कोस रही है कि भुपेश सरकार ने मलहम के जगह नमक छिडक रही है। यह कहकर छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संसदीय सचिव चम्पादेवी पावले ने प्रदेशवासियों के साथ खडे हो भुपेश सरकार के बजट की जमकर निंदा की हैं।
उन्होनें आगे कहा है कि सरकार ने महिला वर्ग से तो छल करने का काम किया ही है, पर स्वास्थ क्षेत्र समेत युवा वर्ग, किसान वर्ग, मजदूर वर्ग को भी नजर अंदाज किया है। तो वहीं बजट का साईज भी छोटा कर दिया गया है। पूंजीगत व्यय 17 से 14 कर दिया गया है। केन्द्र सरकार के योजनाओं के सहारे प्रदेशवासियों को भुपेश सरकार ने साधने की कोशिश की है।लेकिन छत्तीसगढ की जागरूक शिक्षित जनता इसे समझ चुकी है और आम-जनता बजट के विषय पर अपनी असंतुष्टि जाहिर करते हुए चौक चौराहे पर सरकार को कोस रही है।