शमरोज खान सूरजपुर
लोगों को उम्मीद तो जगी थी कि नए वन परिक्षेत्रधिकारी आए हैं कार्यवाही होगी लेकिन इनके भी कार्यप्रणाली पर उठने लगे सवाल बात करेंं तो रेंज ऑफिसर प्रेमचंद मिश्रा हमेशा जंगल का दौरा करते हैं लेकिन इनको जहां कटाई होती है उस जगह का नजर नहीं पड़ता है ये भी सवाल घेेेरे मै है ग्रामीणों ने बताया कि लकड़ी तस्कर वन विभाग के सिपाहियों से सेटिंग है यही वजह है कि लकड़ी तस्कर दिनदहाड़े हरे हरे जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं प्रतापपुर रेंजर साहब सर पर हाथ धरकर बैठे हुए हैं
प्रतापपुर।सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के अधीन क्षेत्रों में लगे जंगलों की अंधाधुंध कटाई हो रही है।इमारती लकड़ियों की तस्करी थमने कानाम नहीं ले रहा। जंगलों को उजड़ने से बचाने में विभाग गंभीर नहीं है। एक ओर सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़ों को लगाने के लिए प्रतिवर्ष लाखों रुपए खर्च कर रही है और अभियान चलाकर इसकी रक्षा के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं प्रतापपुर रेंज में वन विभाग की लापरवाही और उदासीनता के कारण जंगल उजड़ रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर भी विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता।जिससे शासन-प्रशासन के जंगल बचाव के दावे बेबुनियाद साबित हो रहा।
प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के बंशीपुर सर्किल के दुरती P-1680 में हरे-भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई हो रही है।इस संबंध में ग्रामीण छत्रपाल यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि यहां पेड़ों की कटाई जोर-शोर की जा रही है विभाग के कर्मचारी क्षेत्र में नहीं आते हैं उक्त संबंध में जब बिट सिपाही से शिकायत की जाती है तो बत्तमीजी के साथ बात की जाती है साथ ही बोलता है तुम लोग जहां मेरी शिकायत करना है कर दो मेरा कुछ नहीं होने वाला।
ऐसे में लगातार कट रहे पेड़ों के कारण कई क्षेत्रों में जंगल उजड़ गए हैं। यदि समय रहते इसपर रोक नहीं लगायी गयी तो जंगलों के अवशेष ही दिखेंगे और भविष्य में क्षेत्र के पर्यावरण पर विपरीत असर पड़ेगा।