बहनों ने भाइयों के कलाई में बांधे रक्षा के सूत्र ,मुँह मीठा कराकर लंबी उम्र की भी कामना की…पढिये पूरी खबर।
बन्दरचुवा।आज देश आजादी की सालगिरह के जश्न के साथ-साथ रक्षाबंधन का त्योहार भी मना रहा है। भाई और बहन के लिए ये सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं। ये त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते, प्यार, त्याग और समर्पण को दर्शाता है।रक्षाबंधन के त्यौहार में बन्दरचुवा सहित ग्रामीण अंचल में चहल पहल देखी गयी,दुकानों में मीठा एवं राखी के लिए भीड़ देखी गयी।यहाँ के बच्चों ने अपने भाइयों के कलाई में राखी बांधकर बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख की कामना की वहीं,भाई उन्हें वादा दिए कि वो उनकी जिंदगीभर रक्षा करेंगे, इस वजह से इस पर्व को रक्षाबंधन नाम दिया गया है। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा। कई ऐसे संयोग बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ गया है। इस बार रक्षा बंधन कुछ अलग है। बहुत समय बाद रक्षा बंधन का पर्व भद्रामुक्त होगा। बहनें भाइयों की कलाई पर निर्विघ्न होकर राखी बांध कर हरसोउल्लास के साथ धूमधाम से मना रहे हैं।