नितिन राजीव सिन्हा
भारतीय जनता पार्टी के एक नेता इन दिनों कांग्रेस लगातार समर्थन पर ले रहे हैं कह रहे हैं कि कांग्रेस ने उन्हें गालियां दी हैं क्योंकि वे दलित समाज की मां से आते हैं क्योंकि वे गरीबों के बेटे हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि यह साहू समाज का है अपमान है क्योंकि वे साहूकार हैं वग़ैरह वग़ैरह..,
खैर, हाथ के शासक को आरसी ने क्या पढ़ा, पारसी को क्या कहा, यहां कहावत है कि जो नेता कांग्रेस पर मनगढ़ंत का आरोप लगाते हैं, वह अपनी याददाश्त दुरूस्त कर लें के, रायपुर के राजबंधा मैदान में लगभग 2000 साल बाद राज्य के एक परिसर में स्थित है। दल भाजपा के नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर दिल्ली से वे नेता सामने आए थे, तब नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा हुई थी, बात बताई गई थी कि रायपुर के शीर्ष भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए दिल्ली से आए नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर रहे हैं। के प्रतिरोधी पर थे मार कुताई से बच वह 56” के भावुक व्यक्ति ने खुद को बचाने की कहानी बताई थी टेबल के नीचे छिपा हुआ था ऐसी की टैब मीडिया रिपोर्ट का किस्सा था..,
विरोधाभास यह है कि वह एक हिंदू एकजुट समाज के एकजुट नेता मनगढ़ंत गॉलजियन के एकजुट नेता हैं, जो एकजुट होकर ध्रुवीकरण करने का प्रयास कर रहे हैं, बीच में यह बात छिपी हुई है कि वह अपनी पार्टी के नेताओं के हाथों में धोखा दे रहे हैं। पर,ओबीसी समाज से आने के कारण उसके साथ ऐसा हुआ ये कहीं नहीं बताया गया है..,
राजनीति,मुद्दों पर करने की परंपरा जिस देश में हो रही है लोकतंत्र के लिए लोकतंत्र के लिए खतरा करोद लेकर प्रदेश विशेष के लोग हर रोज विदेश भाग जा रहे हैं। किसान अनाज पर मंहगा भर गुजारा करें, ऐसे अनाज के मुद्दे हैं जिस पर जनता के सवाल कायम हैं पर, बेमतलब की बातें कलाकारों को बढ़ावा कर वोट बटोरने की अदा हमारे गल्होर नेता की निराली हैं..,
गॉलगियों की सहयोगी वेबसाइट हसरतों पर राइटिंग होगी कि,-
दु:ख अपना छिपाना
ज़रा समय रहते में
अबसे डूबना
ज़रा समय रहते में
दम हिला रहे थे
जो दिल्ली के सितम
के आगे उन्हें दम
थपथपाना मे
समय लगेगा..,