नितिन राजीव सिन्हा
रायगढ़ के कोडातराई में आयोजित हुए शंखनाद रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने मिशन २०२३ के तहत भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट माँगने का साहस नहीं जुटा पाये न वे पंद्रह सालों की रमन सिंह की सरकार में हुये किसी कार्य का उल्लेख कर पाये अपितु उन्होंने कह दिया कि अटल जी ने जिस भाव से छत्तीसगढ़ राज्य बनाया उसी भाव से मोदी को विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का अवसर दें मोदी के नाम पर वोट माँग कर यह स्पष्ट कर दिया है कि यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी भावनात्मक समर्थन प्राप्त कर लड़ने का जुगाड़ लगा रही है..,
२०१८ में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद राम वन गमन पथ के मार्ग पर कार्य शुरू हुआ जो सनातन दर्शन को दिशा प्रदान करता है सनातन संस्कृति की पुष्टि इस मार्ग के द्वारा होती है वहीं माता कौशल्या के मायके में मंदिर परिसर का भव्य निर्माण छत्तीसगढ़ को प्रभु श्रीराम के ननिहाल के तौर पर स्थापित करता है जबकि २००३ से २०१८ के मध्य राज्य में भाजपा की सरकार थी पर,सनातन संदर्भ तब गौण रहा न माता कौशल्या याद की गईं न माता शबरी के जन्म स्थल पर रमन सरकार का ध्यान गया वैसे,मोदी कोयला खनन को ऊर्जा ज़रूरतों से जोड़कर छत्तीसगढ़ का पर्यावरणीय विनाश करने आये हुए थे ऐसा पर्यावरण वैज्ञानिकों का निष्कर्ष है जहां सनातन संस्कृति पर बात करना महज़ टाईम पास मनोरंजन है.,,
सनातन संस्कृति को नष्ट करने की बात करके पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता से वोट माँगने का प्रयास किया पर,किसान गरीब भूमिहीन कृषि मज़दूरों के लिये छत्तीसगढ़ में किये गये कार्यों पर चर्चा नहीं करते हुए पीएम मोदी ने यह संकेत दे दिया है कि वे छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ने नहीं बल्कि चुनावी औपचारिकता पूरी करने आये हैं मुद्दों के स्तर पर कांग्रेस सरकार को घेर नहीं पाये तो सनातन की छतरी ओढ़ ली पर,क्या राजनीतिक विमर्श ग़ैर भाजपाई लोगों को सनातन विरोधी निरूपित करके वोट बटोरूँ राजनीति कर सकती है..,
पीएम नरेंद्र मोदी की रैली का असर क्या पड़ा यह तो वक्त बतायेगा पर,शराबबंदी और गोबर ख़रीदी की बातें नपे तुले अंदाज में की गई पर,धान ख़रीदी शिक्षा स्वास्थ्य ग्रामीण आर्थिक उन्नति सूचकांक पर चर्चा न कर मोदी ने छत्तीसगढ़ के मूल मुद्दों से मुँह फेर लिया रही बात कोयला ज़रूरतों की तो देश यह बेहतर जान चुका है कि अदानी हितवर्धन,सनातन संस्कृति के मुखौटों के पीछे से की जा रही है फिर भी व्यापक परिदृश्य पीएम मोदी का छत्तीसगढ़ दौरा भाजपाईयों के उत्साह वर्धन का कार्य न कर सका..,
मेरी मिट्टी से
ख़ुशबू ए गौतम
ए बिकता हुआ
वतन फ़िज़ा में
बिखर जायेगी
लूटा हुआ वतन
छुटा हुआ जतन
व्यापारी के दुकान
का सामान बन
मुल्क का सौदा
करा जायेगी..,