नितिन राजीव सिन्हा
राजनीति करवट ले रही है फेस मोदी अपनी तथाकथित मीडिया बेस्ड चमक खो चुका है वह न तो अब सबका साथ सबका विकास वाले नारे पर अडिग रह पाया है न कांग्रेस मुक्त भारत के उस फ़लसफ़े को ही याद कर पा रहा है जिस पर ज़ोर शोर से हंगामा खडा किया गया था अब आलम यह है कि पंद्रह सालों की सरकार छत्तीसगढ़ में रही पर,किसी एक काम के दम पर वोट माँग कर चुनाव लड़ने का साहस टीम मोदी में शेष नहीं बचा है अख़बार के विज्ञापन लिखते हैं कि माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा आरोप पत्र लाँच कार्यक्रम..,
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव निकट है पर,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ियावाद ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को जिस तरह से रूरल इकॉनॉमी कल्चरल ज्वाईंट प्लेटफ़ार्म सेट किया है उसका विरोध करने का साहस भाजपा नेतृत्व में है नहीं इसलिये केंद्र की एजेंसियों के माध्यम से माहौल बनाने की तमाम क़वायदें की जा रही हैं ईडी गली गली घूम रही है पर,न तो वह रमन सिंह के राशन कार्ड घोटाले की आँच महसूस कर पा रही है नहीं रमन सरकार में हुये खनन घोटालों की तह तक पहुँच पा रही हैं इसलिये पॉलिटिकल एजेंडे सेट करने में वह महति भूमिका निभा रही है ..,
दुनिया के इतिहास में मोदी सत्ता कमजोर सरकार होने का प्रमाण आज रायपुर में पेश करने जा रही है कि यदि आरोप पुख़्ता हैं तो केंद्र में पूर्ण बहुमत की ताकतवर सरकार है कार्यवाही करें आरोप न्यायालय में प्रस्तुत करें उन्हें कसौटी पर कसें दूध का दूध और पानी का पानी कर दें स्वत: ही प्रजा जागृत हो जायेगी इस तरह लांचिंग समारोह करने का हास्यास्पद कृत्य करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी..,
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से टीम मोदी किस तरह से नीतियों योजनाओं एवं कार्यक्रमों के स्तर पर भयभीत हुई है उसका नजारा यह है कि,कटघरे में कांग्रेस नाम से पुस्तिका बतौर आरोप पत्र प्रस्तुत किया जाता हुआ दिखाई पड़ रहा है यह स्वर्गीय नंदकुमार पटेल पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के दौर में पेपर कटिंग पर प्रकाशित हुये टेबलाईड अख़बार कटघरे में सरकार की कंसेप्ट के स्तर पर नक़ल मात्र है वहीं मज़मून जो विज्ञापन में दिया गया है वह ‘कांग्रेस राज के पाँच बछर,छत्तीसगढ़ हो गे तितर बितर यानी जो भाजपा नेतृत्व छत्तीसगढ़ की बोली खान पान रहन सहन से जरा भी इत्तेफाक नहीं रखता था पंद्रह साल की रमन सरकार में कभी छत्तीसगढ़ की बोली का किसी भी सरकारी या ग़ैर सरकारी राजनीतिक विज्ञापनों में प्रयोग नहीं किया गया वह अब भूपेश बघेल के पीछे क़दमताल करते हुये दिखाई पड़ रहे हैं लोग अचंभित हैं कि भाजपाई भी छत्तीसगढ़ के तिहार परब बोली बासी इन सबका महत्व जान चुके हैं ..,
भाजपा के कार्यकर्ता हैरान परेशान हैं कि रोज़ रंग बदलते नेताओं के संदेश जनता में कैसे लेकर जायें जिस पर मिर्ज़ा ग़ालिब के शेर हैं कि,-
रोज़ इस शहर
में इक हुक्म
नया होता है
कुछ समझ में
नहीं आता है कि
क्या होता है..,