नितिन राजीव सिन्हा
पीएम नरेंद्र मोदी ने इवेंट को राजनीति बना दिया है वे सरकार में हैं काम करने की ज़िम्मेदारी उनकी है जो कांग्रेस ने किया वह कांग्रेस का अफसाना बन गया पर,जो काम छूट गया उसे करना उनकी सरकार की ज़िम्मेदारी है पर,उपलब्धियों के बोझ तले दबे पीएम मोदी को ज़िम्मेदारी का निर्वहन नागवार गुजरता है उपलब्धियों का ढोल सिर पर रखकर घुमने की प्रवृत्ति का अंदाज ए बयां फ़िल्मी है वे कभी अनिल कपूर अभिनीत नायक लगते हैं तो कभी गोविंदा अभिनीत राजा बाबू की कार्बन कॉपी लगते हैं वैसे भी सीने की चौड़ाई पर वोट माँगने वाले वे दुनिया के पहले नेता हैं देर सबेर लोग सवाल करेंगे कि विकृत राजनीति का यह स्वरूप किन मायनों में राष्ट्रवाद है और मोदी को तब जवाब देना होगा..,
जादूगर के शो टैक्टिस और हाथ की सफ़ाई के कारनामों से जनता का मनोरंजन करने वाला तमाशेबाज अपनी शेखी बघारने के लिये लच्छेदार भाषा शैली का प्रयोग करता है वह नर को नारायण बना देता है ठीक वैसा ही कल हुआ जबकि पीएम मोदी महिला आरक्षण बिल के पास हो जाने पर भाजपा मुख्यालय पहुँचे विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो बिल फाड़ा करते थे उनको भी बिल का समर्थन करना पड़ा क्योंकि आज की नारी सभी पर भारी है पर,उन्होंने यह नहीं बताया कि महिला आरक्षण बिल कब फाड़ा गया था और किसने फाड़ा था ? बक़ौल पीएम मोदी इससे पहले अधिनियम जब संसद में आया तो हंगामा हुआ लेकिन आज अधिनियम सच्चाई बन गया है..,
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूरी ज़िम्मेदारी के साथ सच्चाई को स्वीकार किया कि कांग्रेस को सौ फ़ीसदी अफ़सोस है कि उसके सत्ता में रहने के दौरान महिला आरक्षण बिल पारित न हो सका उन्होंने स्वीकार किया कि ओबीसी महिलाओं के लिये कोटा की माँग को स्वीकार कर लिया होता तो विधेयक एक दशक पहले ही क़ानून बन गया होता इस माँग को पार्टी ने २०१० में ख़ारिज कर दिया था..,
वहीं राहुल गांधी ने बिल पास होने के बाद कहा है कि सरकार को महिला आरक्षण बिल तुरंत लागू करना चाहिए जनगणना और परिसीमन की शर्त हटानी चाहिए वहीं उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा कराये गये जातिय जनगणना के आंकडे भी जारी करें..,
“कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने जो कहा वह देश की संसदीय राजनीति को आईना दिखा गया के,पीएम मोदी कभी कभार संसद में आते हैं और इवेंट बनाकर चले जाते हैं..,”
जिस पर लिखना होगा कि अब समय आ गया है कि हम हक़ीक़त को समझें भावनाओं में न बहें यह कटु सत्य है कि सरकार में जो रहेगा वह काम करेगा काम करके देश पर एहसान दर एहसान नहीं थोपेगा चाहे पीएम मोदी ही क्यों न हों उन्होंने काम करने की शपथ ली है सो देश हित के काम बिना हो हल्ला मचाये हुए करें काम का प्रमोशन या अपनीं सेल्फ़ ब्रांडिंग न करें..,
२०२९ से पहले महिला आरक्षण विधेयक लागू न हो पायेगा पर,सनसनीख़ेज़ विशेष सत्र बुलाकर जो माहौल बनाया गया वह अधजल गगरी छलकत जाये की तर्ज़ पर परवान चढ़ गई वैसे जब छह साल बाद यह लागू होना है तो किसी नियमित सत्र में यह विधेयक पास करवा लिया जाता पर,इवेंट ओरियंटेड पॉलिटिक्स के किरदार कुछ बड़ा करना चाहते थे वह उन्होंने कर दिया सीना ५६” का करके दुनिया को दिखा दिया जिस पर लिखना होगा कि,-
दरख़्तों पर समर
आने से पहले आये
थे फूल फलों के
बा’द क्या होगा
पता करना होगा..,