शहर के शिव पार्क में विगत छः महीने से प्रातः 6 बजे से पतंजलि युवा भारत के योग शिक्षक संजय गिरि के मार्गदर्शन में योग की क्लास लगाई जा रही है । इसी तारतम्य में बीते रविवार को योग शिक्षक संजय गिरि नें योगिक- जॉगिंग, सूर्य नमस्कार, 12 प्रकार के प्रमुख आसनों के साथ 8 प्रकार के प्राणायामों के अभ्यास कराए। श्री गिरि ने बताया कि आजकल विटामिन्स व हार्मोन्स के अनियमितता के कारण विभिन्न प्रकार के असाध्य रोग हो रहे है। योग- प्राणायाम व सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से सम्पूर्ण शरीर को आरोग्य,शक्ति एवम ऊर्जा की प्राप्ति होती है।सूर्य नमस्कार में की जाने वाली बारह आकृतियों से पूरे शरीर का व्यायाम होता है।इसे प्रातः सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके करना लाभप्रद होता है। सूर्य किरणों के त्वचा पर पड़ने से हमारे शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता है। यह विटामिन, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे अति आवश्यक खनिज लवणों को शरीर के लिए उपयोगी बनाता है, जिससे शरीर की हड्डियाँ मजबूत बनती है।
सूर्यनमस्कार से आमाशय,आँत,यकृत,किडनी,फेफड़े, पित्ताशय तथा मेरुदंड निरोग रहते है। शरीर के अंतःस्रावी ग्रंथियों पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। रक्त संचार को सुचारू कर रक्त संबंधी अशुद्धि दूर कर चर्मरोगों का नाश करता है।सुबह के सूरज की रौशनी तनाव, थकान और उदासी को दूर भगाती है। मन, मस्तिष्क एवम शरीर तरो- ताज़ा होते है। अतः सुबह- सुबह सूर्य का दर्शन जरूर करें। बच्चों को प्रातःकाल सूर्य नमस्कार करने के लिए प्रोत्साहित भी करें। श्री गिरि नें आगे प्राणायाम के अभ्यास कराते हुए बताया कि योग- प्राणायाम से विटामिन्स और हार्मोन्स लेवल पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कायक्रम के अंत में शवासन के अभ्यास कराए व शांतिपाठ के साथ समापन किया गया।