एनएचएम कर्मचारियों का हड़ताल चौबीसवे दिन भी पूरे उत्साह और दृढ़ता के साथ जारी...

आज का दिन विशेष - विगत चौबीस दिन से निरंतर एनएचएम कर्मचारियों का हड़ताल जारी है किंतु शासन स्तर से अभी तक किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है। संघ ने वर्तमान शासन को निरंकुश और असंवेदनशील बताया और कहा कि वर्तमान शासन सुशासन नहीं अपितु कुशासन प्रतीत हो रहा है। क्योंकि जहां एक ओर स्वास्थ्य मंत्री कर्मचारियों के प्रदर्शन को उनका संवैधानिक अधिकार बता रहे है वही दूसरी ओर अपने जीवन मूल्य और अधिकारों कि रक्षा के लिए हड़ताल कर रहे एनएचएम कर्मचारियों पर दोहरा चरित्र अपनाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से कार्यवाही कराकर कर्मचारियों के मनोबल को तोड़ने का हर कुत्सित प्रयास कर रहे है। ऐसे में जहां कर्मचारी रूपी जनता के हित रक्षा ना हो तो फिर कहाँ का सुशासन।
दम तोड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था और शासन का अड़ियल रवैया...
जहाँ पूरे प्रदेश कि स्वास्थ्य सुविधाएं कर्मचारियों के घोषित अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण बिगड़ती जा रही है। जशपुर जिले की कई सरकारी स्वास्थ्य संस्थान बंद है कुछ संस्थानों का आलम ऐसा है कि वे सीमित और प्रतीक्षित मानव संसाधन के आभाव में आखिरी साँस ले रही है। ऐसे में सरकार का कर्मचारी विरोधी अड़ियल रवैया कब तक बरकरार रहेगा। और प्रदेश कि स्वास्थ्य व्यवस्था कब दम तोड़ेगी ये देखना महत्वपूर्ण होगा।
कार्यवाही और दबाव के बीच कर्मचारियों के हौसले बुलंद....
संघ के पदाधिकारियों पर हुये बर्खास्तगी की कार्यवाहियों के विरोध में जशपुर जिले w के 845 कर्मचारियों ने विगत सोमवार को अपना सामुहिक इस्तीफा देकर स्पष्ट कर दिया है कि जब तक शासन कर्मचारियों कि मांगों को लिखित में पूरा नहीं करेगी तब तक हड़ताल समाप्त नहीं होगा। इसी क्रम में मंगलवार को कर्मचारियों ने जल सत्याग्रह के माध्यम से सरकार को जगाने का प्रयास किया।
ध्यानाकर्षण के लिए BJP कार्यालय घेराव....
संघ के निर्धारित गतिविधि अनुसार संघ द्वारा स्थानीय BJP कार्यालय का घेरावा किया जाना था किंतु राज्य शासन के निर्देश पर BJP कार्यालय घेराव की अनुमति प्रशासन स्तर से प्रदान नहीं की गयी। जिसके कारण कर्मचारियों में व्यापक रोष व्याप्त है। संघ ने स्पष्ट कहा कि शासन पूर्ण रूप से असंवेदनशील और निरंकुश हो गई है। प्रदेश के कर्मचारियों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। हड़ताल को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पूरे प्रदेश स्तर पर कर्मचारी बड़ा प्रदर्शन करने कि तैयारी में है। जिसकी सुगबुगाहट दिख रही है।
कर्मचारियों ने की मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील..
एनएचएम कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने अपनी नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों ( संविलयन , ग्रेड पे, अनुकंपा नियुक्ति, पब्लिक हेल्थ कैडर, कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता, स्वास्थ्य बीमा, अवकाश सुविधा, मेडिकल अवकाश, स्थानांतरण नीति, नियमित पद में आरक्षण) के संबंध में माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से अपील की है और वे कर्मचारियों के मांगों को यथाशीघ्र संज्ञान में लेकर विभागीय मंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों से वार्ता कर कर्मचारियों के हित कि रक्षा के लिए पहल करें।