नितिन राजीव सिन्हा
अंतागढ़ उप चुनाव २०१४ में हुआ था जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार समेत ६ अन्य उम्मीदवारों ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में अपना नाम वापस ले लिया था ये चुनाव रमन सिंह के प्रत्याशी जीत गये थे तब,रमन सिंह के नाम और उनके काम का डंका बजा था भाजपा के लोगों ने इसे सुशासन की जीत क़रार दिया था..,
अब,ख़ुलासा हुआ है कि प्रत्याशी ख़रीदे गये थे रमन सिंह के राजप्रासाद के “काने रसूखदार ओपी गुप्ता”ने लोक तंत्र की ख़रीद फ़रोख़्त में बिचौलिये की भूमिका निभाई थी”पीड़ित पक्ष के आरोप हैं कि उन्हें रक़म रमन सिंह के राज़दार ओपी गुप्ता ने दी थी..,”
भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद्र सुंदरानी कहा है Iकि कांग्रेस की लिखी हुई पटकथा पर लोग अभिनय कर रहे हैं लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि अंततागढ़ में ५ साल पहले जो घटित हुआ था वह किसकी लिखी हुई कथा थी..वे लगातार इस मामले के प्रमाण भी माँगते रहे हैं..,जिस पर लिखना होगा कि-
चीरहरण के प्रमाण
माँगते हैं,ये भाजपा
वाले हैं लोकतंत्र को
कोठे पर बैठाते हैं
सत्ता सुंदरी का गान
कराते हैं,उसके
चीरहरण के मोल
चुकाते हैं..!!!
रमन सिंह ने कहा है कि मंतूराम पर दबाव बना कर जो बुलवाना चाहते हैं बुलवा रहे हैं रमन की मासूमियत पर लिखना होगा कि..
सत्ता सुंदरी है वह
कोठियों में
मचलती है
पर,रमन यह
क्या हुआ के
तुम कोठे पर बैठ
कर ऊँगलियों
पर उन्हें नचा
रहे थे उन पर
रुपये लूटा
रहे थे..,