तोता और शैतान रमन के मणि.., “चिंतामणि”
नितिन राजीव सिन्हा
चाल चरित्र और चेहरा यह नारा है भाजपा का और इस नारे के तह में मुद्दा सुशासन है इस सुशासन की मिशाल जिस दस्तावेज़ में दर्ज है उस दस्तावेज़ को लोग नान डायरी के नाम से जानते हैं कहा जाता है इस में रक़म जिन्हें दी जाती थी उनके नाम दर्ज हैं “सीएम साहब और सीएम मैडम ये दो एंट्री चर्चा में रही है सीएम रहते हुए रमन सिंह ने जो जाँच कराई उसका निष्कर्ष जाँच एजेंसी ने निकाला कि नान का तृतीय श्रेणी का कर्मचारी चिंतामणि चंद्राकर ही वास्तव में सीएम साहब हैं और उनकी गृहलक्ष्मी सीएम मैडम है..,
इन दिनों रमन के माथे पर बल पड़ा हुआ है १५ साल के गर्द पर से भूपेश सरकार की तफ़तीशें परवान चढ़ रही हैं इससे एक्स सीएम साहब की दुविधा बढ़ी है माथे का बल बता रहा है कि चिंतामणि और उनकी पत्नी ने मिलकर रमन परिवार की दुविधा बढ़ा दी है..,
रमन सिंह ने कहा है कि चिंतामणि को कैसे
उठाया गया,यह सबके सामने है,उन्होंने कहा है कि झूठ फ़रेब की सरकार नहीं चलती जनता,सब देख रही है..,मतलब रमन की कुर्सी तले रामराज था वह भूपेश के मुख्यमंत्री बनते ही दूर चला गया चिंतामणि जो रमन सिंह के माथे का मणि था पुलिस ने उससे नान घोटाले पर पूछताछ की है इसलिये रमन की मुश्किलें बढ़ी हैं और वे अब बोलना शुरू किए हैं लिखना होगा कि आमतौर पर ख़ामोश रहने वालों ने अब बोलना सीख लिया है..,रमन सिंह की बढ़ती हुई मुश्किलें कहती हैं कि-
हम साये में
शैतान भी रहता
है,खुदा भी
जन्नत भी मयस्सर
है जहन्नुम की
हवा भी
अब फ़ैसला
कौन मोड़ पर
आ पहुँचा दरिया
भी है मौजूँ यहाँ
कच्चा घड़ा भी..,