रायपुर- डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) ने देश में सैकड़ों स्थानों पर छापामार कार्यवाही की है। इसमें नवापारा-राजिम में भी एक संस्थान में कार्यवाही की गई है। बताया जाता है कि यहां से करीब 2.82 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पकड़ी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डीजीजीआई द्वारा की गई इस छापामार कार्यवाही में यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि नवापारा-राजिम के इस संस्थान से उक्त रकम पुणे स्थित एक मोबाइल कंपनी को पिछले 6 महीने में दी गई है। मामला कस्टम लॉ और जीएसटी लॉ दोनों से जुड़ा है। डीजीजीआई की 6 सदस्यीय टीम ने बुधवार रात कार्रवाई शुरू की जो गुरुवार रात तक चली। जांच के दौरान मिले दस्तावेज व डाटा जब्त कर लिया गया है। आगे की जांच के लिए इसे मुख्यालय भेजा जा रहा है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल इंटेलिजेंस अजय पांडेय के अनुसार यह बड़ा मामला लगता है, दस्तावेज वेरिफाई किया जाना बाकी है।
सूत्रों के अनुसार फर्म ने फर्जी तरीके से 2.82 करोड़ रुपए का एक्जंप्शन लिया। ऐसे ही मामले मोबाइल कंपनी के देश में फैले नेटवर्क द्वारा परचेजिंग से जुडऩे की आशंका है। डीजीजीआई और डायरेक्टरेट जनरल आफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस द्वारा अब तक यह सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है। अभियान में ऐसे ठिकाने जो आईजीएसटी के रिफं ड की धोखाधड़ी में लिप्त थे। छत्तीसगढ़ के साथ ही दिल्ली, हरियाणा, यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाड, प. बंगाल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में जांच चल रही है।