Updates
  1. महिला से फोन-पे के माध्यम से जबरन रकम ट्रांसफर कराने, मोबाईल लूटने व छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार।
  2. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुरक्षा व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न करने वालों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने एसडीएम ने थाना प्रभारी को दिया निर्देश : आचार संहिता का उल्लंघन करने सहित सक्षम अधिकारी से अनुमति प्राप्त किए बगैर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी करने मामले में भी कार्यवाही के निर्देश
  3. स्वयं सहायता समूह की महिलाओ ने निकाली मतदाता जागरूकता रैली:लोगों को मतदान के प्रति किया जागरूक, स्लोगन के माध्यम से ग्रामीणों को वोट का बताया महत्व
  4. मनोनयन/अखिल भारत हिन्दू महासभा ने योगेश मराठा को बनाया इंदौर जिला अध्यक्ष
  5. भाजपा के दिग्गज नेताओं को होगा, जिला मुख्यालय मे एक दिवसीय आगमन, क्षेत्रीय संगठन मंत्री कार्यकर्ताओ से होंगे रूबरू, लोकसभा चुनाव की रणनीति पर होगी चर्चा,
slider
slider

रमन सिंह की खौफनाक भूमिका और राजनैतिक षड़यंत्र का खुलासा

 

अंतागढ़ उपचुनाव 2014

मंतूराम पवार के बयान में हुआ है कि 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापसी के पीछे ’’पैसे की ताकत और कांग्रेस नेताओं की झीरम घाटी में 25 मई 2013 को हुई नृशंस हत्या का वह संदर्भ भी था जिसकी पुनर्रावृत्ति रमन सिंह के तीसरे कार्यकाल में संभव था...,

मंतूराम पवार ने कोर्ट के सामने 164 के तहत दिए गए अपने बयान में कहा है कि तत्कालिन पुलिस अधीक्षक कांकेर राजेन्द्र नारायण दास ने उन्हें कहा था कि जैसा कहा जा रहा है वैसा ही करो अन्यथा झीरम की तरह कुचल दिए जाओगे ...,

एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इसी संदर्भ में रमन सिंह जो कि तब यूएस में थे उन्होंने फोन पर वैसा करने पर अपना आशिर्वाद देने की बातें की थी जैसा न किये जाने पर झीरम पार्ट 2 करवा देने की धमकी रमन सिंह की सरकार में कांकेर के एसपी दास, मंतूराम से कह रह थे ...,

लिखने का तात्पर्य यह कि क्या झीरम में 2013 में हुई सुरक्षा में चूक जो कि रमन सिंह ने स्वीकारा था वह पूर्व नियोजित थी और अंतागढ़ में इसकी पुनर्रावृत्ति 2014 में हो सकती थी यदि मंतूराम अपना नाम भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वापस लेकर रमन सिंह का  आशिर्वाद प्राप्त न कर लेते ...,

रमन सिंह को अब देष की जनता को जवाब देना होगा कि झीरम घाटी कांड 2013 के घटित होने के पीछे के उद्देश्य  राजनैतिक थे या रणनीतिक ...?

रणनीतिक इसलिए कि रक्तिय क्रांति की आड़ में रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी एवं अन्य के साथ मिलकर कुछ ऐसा कर रहे थे जो लोकतंत्रीय मूल्यों को तहस-नहस कर देता है ...,

खैर, मंतूराम के बयान पर कानून अपना काम करेगा, कुछ अनपेक्षित गिरफ्तारियां होंगी और झीरम कांड के विभत्स प्रयोजन के कुछ खुलासे आने वाले दिनों में होंगे ...,

 

 

whatsapp group
Related news