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जंगल के रक्षक ही बन गये भक्षक, सेंट्रिंग के लिए कटावा दी दो सौ बल्लियां

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खरसिया। ग्राम छोटे जामपाली (बरभौना) में वनविभाग की रोड जो जामपाली से राबो मार्ग पर पुलिया निर्माण वनविभाग दवारा करवाया जा रहा हैं । उसमे भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं लगभग 6 लाख की लागत से बन रहे पुलिया निर्माण में वही पर जंगल के हरे भरे छोटे सराई व् इमारती पेड़ो 200 नग को बल्ली बनाकर सेंटरिंग के कार्यों पर उपयोग किया जा रहा हैं ।

जब उक्त बात की जानकारी बरभौना क्षेत्र के एक समाचारपत्र के प्रतिनिधि को मिला तो पत्रकार ने मौके पर जाकर हरे भरे काटे गए 200 छोटे पेड़ो की फोटो व वीडियो बनाना चालू किया तभी मौके पर मौजूद डिप्टी रेंजर मानसिंग राठिया ने पत्रकार को कैमरा में फोटो व् वीडियो बनाने के लिए मना किया और उसके कैमरा को छीनकर फेकने की कोशिस भी किया।

उक्त घटना की जानकारी गुलाब द्वारा खरसिया के और अपने वरिष्ठ पत्रकार साथियों को दिया तो जामपाली पहुँचकर जब पुरे घटनाक्रम की जानकारी लिया गया तो मौके पर मौजूद वनविभाग के फारेस्ट गार्ड-लकेशवर सिदार, स्थानीय ग्रामवासी-ब्रिजराम मांझी एवं वनसमिति के अध्यक्ष-मुक्ताराम यादव ने बताया की यहाँ के डिप्टीरेंजर मानसिंग के द्वारा ही यहाँ इतना मात्रा में बल्लियों को अंधाधुंध कटवाया गया है करके बताया गया। जब उक्त बात की समाचार हेतु वर्जन लेना चाहा गया तो डिप्टीरेंजर अपने आप को भागते हुये नजर आये,,और अपने निजी फायदा के लिए सेंटरिंग का किराया बचाने, अगर वनविभाग के ऐसे अधिकारी ही अगर वनों की रक्षा करने के बजाय उनका भक्षक बन गए हैं तो आगे क्या होगा हरे भरो पेड़ो का।

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