कोरिया जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर में बेहद ब्यथित कर देने वाला मामला सामने आया है। चंद्रमणि कुशवाहा 28 वर्ष की महिला मां बनने की चाहत में सोई मौत के नीद
संतान की चाहत में महिला घरेलू वैद्य की गर्भ धारण करने वाली जड़ी बूटी का सेवन कर पूरा परिवार छोड़ चल बसी।
कोरिया जिला के रामपुर अमहर ग्राम में 28 वर्षीय चंद्रमणि कुशवाहा अपने पति के साथ गर्भ धारण करने वाली जड़ी बूटी पीने वैद्य के पास आयी थी।वैद्य शिव कुमार ने अपनी दवा मे भुइचम्पा, अकरकरा ,पुनर्वाबूटी, व मदिरा मिलाकर मृतका को दिया जिससे आधे घंटे में उसकी हालत बिगड़ने लगी और नजदीक के शासकीय अस्पताल पटना ले जाया गया हालत में सुधार ना होने कारण कुछ देर उपरांत जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर को रेफर कर दिया गया। परिजन निजी अस्पताल ले जाना चाहते थे मगर शासकीय एम्बुलेन्स से जिला अस्पताल ही भेजा गया ,इसी बीच बातचीत में और भी देरी हुई।अंततः जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर लाया गया और आधे घंटे तक डॉक्टर बचाने की जद्दो जिहद में भिड़े रहे लेकिन महिला की जान नही बचायी जा सकी। डॉक्टर के मृत घोषित करने के बाद उसका पति प्रवीण कुशवाहा भी बेहोस हो गया। आखिरकार चंद्रमणि संतान की चाहत मे अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठी संतान के लिए जड़ी बूटी रूपी जहर भी पी गई। और अपना और संसार से चल बसी वह अपने पिता की इकलौती संतान थी।