चन्द्रभान यादव
(प्रतिनिधि)पंड्रापाठ-प्रा.शा.मलिकापाठ में गत 2 साल से हैण्डपम्प खराब होने के कारण यहाँ पानी की समस्या बनी हुवी है,बच्चों के मध्याह्न भोजन के लिए पानी की किल्लत होने से कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता तो वहीँ कई बार दूषित लाल पानी से ही भोजन भी करना पड़ता है।
ज्ञात हो की पंड्रापाठ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मल्लिकापाठ में बीते 2 साल से हैण्डपम्प खराब पड़ा हुवा है,इस विद्यालय में क्षेत्र के सैकड़ों बच्चे अध्ययनरत हैं,इन बच्चों के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से मध्याह्न भोजन का व्यवस्था किया जा रहा है लेकिन मध्याह्न भोजन बनाने में रसोइया सहित विद्यालय प्रबंधक को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।विद्यालय में एक हैण्डपम्प लगाया गया था जो बीते 2 साल से खराब पड़ा हुवा है।यहाँ के बच्चों को मध्याह्न भोजन में उपयोग होने वाला पानी शिक्षक राजनाथ यादव के पिता रंजीव यादव के निजी बोर से लाया जा रहा है।चूँकि क्षेत्र में लगातार बिजली की समस्या भी बनी रहती है इस कारण बिजली गुल होने की दशा में कई बार पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है,इस स्थिति में ग्राम में लगा एक हैण्डपम्प जिसमें से लाल पानी(दूषित पानी) निकलता है,उपयोग में लाया जा रहा है।दूषित पानी का निरंतर उपयोग करने से इसका असर बच्चों के सेहत पर भी पड़ सकता है।शासन के द्वारा पेयजल की उचित व्यवस्था नहीं किये जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।ग्रामीणों ने मांग किया है कि पानी की समुचित व्यवस्था ग्राम में किया जाए।वहीँ विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने यहाँ व्यवस्था नहीं कर पाने पर भी असमर्थता जताते हुवे पीएचई विभाग पर निर्भरता का बात कहा। जिस प्रकार विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी का बात सामने आ रहा उससे यह कहा जा सकता है कि प्रशासन बच्चों के लिए पानी उपलब्ध कराने में रूचि नहीं दिखा रहा और दूषित पानी पीने की जानकारी होने पर निदान किये बिना किसी बड़े अनहोनी का इंतजार कर रहा।
जब हमारे संवाददाता ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मनीराम यादव से पेयजल की समस्या के सम्बन्ध में चर्चा किया गया तो श्री यादव ने पानी की समस्या का समाधान नहीं होने का बात कहते हुवे इतना तक कहा कि रसोइया व स्वीपर हैं वो क्या काम करेंगे जब ग्राम से पानी ही नहीं ला सकते।हैण्डपम्प के मरम्मत पर सवाल पूछने पर श्री यादव ने कहा कि साल भर पूर्व वे वहां निरीक्षण के लिए गए भी थे और पीएचई को पत्र भी लिखा था पीएचई विभाग ने इस संबंध में जानकारी उपलब्ध कराया की वहां का पानी स्तर काफी नीचे जा चुका है और जो हैण्डपम्प लगा था वो ड्राई हो चुका है इनका मरम्मत नहीं किया जा सकता है।नए हैण्डपम्प के संबंध में जल स्तर का नीचे होने का बात कह श्री यादव ने पानी की समस्या मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास किया।
जनदर्शन में भी दिया गया है आवेदन
ग्रामीणों ने बताया कि उक्त समस्या के संबंध में जनदर्शन में जशपुर कलेक्टर को भी आवेदन दिया जा चुका है,इसके अलावा पानी की समस्या से सहायक आयुक्त व जिला पंचायत सीईओ को भी अवगत कराया जा चुका है।लेकिन 2 सालों के भीतर भी इस समस्या का निदान जिला प्रशासन के द्वारा नहीं किये जाने से ग्रामीण नाराज हैं और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं।