असरफ खान
(प्रतिनिधि मनोरा)-गेड़ई अम्बाकोना में एक बार फिर शिक्षकों की लापरवाही उजागर होने का मामला सामने आया है,यहाँ शिक्षकों की लापरवाही के कारण रसोइया को ही स्कूल व छात्रावास का कमान सम्भालना पड़ रहा है।
ज्ञात हो की मंगलवार को गेड़ई अम्बाकोना प्राथमिक शाला में शिक्षकों के अनुपस्थित होने का मामला सामने आया,जिसके बाद ग्राम के ही सरपंच नारायण भगत मौके पर पर पहुंचे और स्कूल में ताला जड़ा देख आक्रोशित हो गए।सरपंच ने बताया कि शिक्षकों की मनमानी के कारण समय पर न तो स्कूल में कोई शिक्षक मिले और न ही अधीक्षक।अनुपस्थित शिक्षकों के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाते हुवे नाराज सरपंच के द्वारा उच्च स्तरीय जांच का मांग किया जा रहा है।सरपंच ने बच्चो से शिक्षकों के स्कूल आने के संबंध में जानकारी लिया तो बच्चों ने बताया कि शिक्षकों की लापरवाही का मामला यहाँ नया नहीं है हमेशा यह स्थिति निर्मित होती रहती है। मंगलवार 23 जुलाई को बालक छात्र वास में दो बजे तक एक भी शिक्षक और ना अधिक्षक मौजुद थे,प्रा शाला में दो शिक्षक पदस्थ हैं लेकीन एक भी उपस्थित नही थे,मौजुद रसोईये ने बताया की प्रधान पाठक रोशलिन केरकेटा आती तो है लेकीन आज नही आई और बता के भी नही।गई है।शिक्षक विपिन विकाश खरे जो है कभी कभी आते है।
रोशलिन केरकेटा का कहना है कि मै बैंक के काम से मनोरा गई थी इस कारण नही आ पाई,लेकीन स्कुल में बच्चे किस स्थिति में ये देखने तक नही गई,बच्चो की दर संख्या 52 है,विकास खरे को स्कुल नही जाने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से पहले वार्निगं मिल चुकी है,फिर भी शिक्षक बे खौफ है।
संकुल समन्यवक भेष गुप्ता को इस मामले में कई बार ग्रामीणो द्वारा अवगत भी कराया गया है।लेकिन आज पर्यन्त कोई भी परिणाम नजर नहीं आया।संकुल सम्मन्यवक ने भी कहा की शिक्षक की लापरवाही बरतना गलत है,इस संबंध में कई बार मै भी उन्हें बोल चुका हूं।
रवि कुमार गौतम बीईओ मनोरा ने बताया कि जाँच कर कार्यवाही किया जाएगा। मामला अगर एनजीओ में जुड़ा हुआ है तो सबसे पहले अपना स्कूल को देखे उसके बाद अपना एनजीओ को देखे।बी.आर.ध्रुव डीईओ जशपुर ने बताया कि जांच कराकर कार्यवाही करता हूँ।