निरंजन मोहन्ती नारायणपुर
नारायणपुर-जिला के पुरातात्विक स्थल डोम राजा के किला का निरीक्षण करने जशपुर कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीर सागर जिला पुरातात्विक टीम के साथ
पुरातात्विक ऐतिहासिक स्थल नारायणपुर के देवटोंगरी पहुंचे,जहाँ कलेक्टर ने सभी पहलुओं का बारिखी से मुआयना किया।
ज्ञात हो की गुरुवार को पुरातात्विक स्थल देवटोंगरी पहुंचे कलेक्टर ने आरा पहाड़ पहुँच यहाँ के स्थल का मुआयना किया,इस दौरान जानकारी हुवा की यहाँ कई सौ सालों पूर्व डोम राजा रहते थे जिनके यहाँ बैगाओं के द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना किया जाता था,एक समय की बात है जब बैगाओं के द्वारा इस आरा पहाड़ में पूजा अर्चना किया गया,जिसके बाद एक बैगा के द्वारा अपना लोटा इस स्थल पर भूलवश छोड़ दिया गया।जब कुछ समय बीत जाने के बाद उक्त बैगा को पूजा स्थल पर लोटा छूट जाने का एहसास हुवा तब वह बैगा वापस लोटा लेने आया,तभी पूजा स्थल पर बैगा ने देखा की देवी देवता पूजा में लगे भोग का प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं,इस दौरान देवताओं की नजर भी बैगा पर पड़ी और नाराज हो देवताओं ने लोटा उठा फेंक दिया और बैगा को श्राप देते हुवे कहा कि आज से यह जगह तुम्हारे लिए प्रतिबंधित है जहाँ लोटा गिरेगा वहां जाकर उस स्थल पर ही पूजा अर्चना आज के बाद करना। इतना कहते ही आरा पहाड़ के गुफा का द्वार बंद हो गया,और लोटा जाकर जहाँ गिरा उसे देवटोंगरी नाम दिया गया इस जगह पर ही बैगाओं के द्वारा पूजा अर्चना विधि विधान से किया जाता है।निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को मीठी मिर्च के बारे में भी सविस्तार जानकारी दिया गया।इस दौरान जशपुर कलेक्टर के साथ मिथलेश पाठक,विजय रक्षित,निरंजन मोहंती,राजन प्रेमी वन विभाग से सुदर्शन यादव मौजूद थे।