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हाय ये कैसा विकास की आज के युग में भी बिजली व पानी को मोहताज हो रहे ग्राम चुंदापाठ के पहाडीकोरवा,प्रशासन पर लगा अनदेखी का आरोप साथ ही विकास के खुलते पोल की कहानी,विस्तार से जानने के लिए पढ़ें-आज का दिन

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पंड्रापाठ- एक पुरानी कहावत है दूर के ढोल सुहाने होते हैं यह कहावत ग्राम चुंदापाठ में चरितार्थ होता भी नजर आ रहा है,आज के इक्कीसवीं सदी में भी यहाँ के लोग पाषाढ़ युग में जीने को मजबूर हैं,ग्राम की मुलभुत सुविधा बिजली व पानी की आस में आज भी यहाँ के ग्रामीण पलकें बिछाए बैठे हैं लेकिन इनकी पीड़ा समझने वाला कोई दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा है,ऐसा नहीं की शासन व प्रशासन इस मामले से अनभिज्ञ हो,लेकिन जानकारी के बावजूद ग्रामीणों के साथ सरकारी अमला का सौतेला व्यवहार सभी के समझ से परे है।

ज्ञात हो की पंड्रापाठ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चुंदापाठ के ग्राम करदनटोली पहाड़ी कोरवा बस्ती में गत साल भर से बिजली व पानी की गंभीर समस्या बनी हुवी है,उक्त समस्या के निदान कराये जाने की गुहार ग्रामीणों ने शासन, प्रशासन,विधायक व सांसद सहित मंत्रियों तक लगाया है लेकिन ग्राम की मुलभुत समस्या को सभी ने दरकिनार कर दिया जिस कारण ग्रामवासी अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।उक्त समस्या के निदान का गुहार एक बार फिर ग्रामीणों ने इस क्षेत्र के बीडीसी प्रत्यासी विपिन सिंह से किया है,जिसके बाद श्री सिंह ने उक्त मामले पर चुनाव पश्चात सकारात्मक परिणाम दिलाने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया।

विदित हो की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बगीचा जनपद क्षेत्र अंतर्गत निर्वाचन क्रमांक 04 से बीडीसी प्रत्यासी विपिन सिंह बरगद पेड़ छाप से चुनाव लड़ रहे हैं,अपने चुनावी प्रचार अभियान के दौरान श्री सिंह जैसे ही ग्राम चुंदापाठ के ग्राम करदनटोली पहाड़ी कोरवा बस्ती पहुंचे ग्रामीणों ने मुलभुत समस्याओं का कतार उनके समक्ष लगा दिया,ग्रामीणों ने बताया कि गत साल भरबसे भी ज्यादा समय से यहाँ का ट्रांसफार्मर खराब है जिस कारण समूचा ग्राम आज भी अँधेरे में जींवन यापन कर रहा है,ट्रांसफार्मर खराब होने की सूचना लगातार कई बार बिजली विभाग,जनदर्शन सहित शासकीय कार्यक्रमों में प्रशासन को दिया गया है,लेकिन आज पर्यन्त तक ट्रांसफार्मर के सुधार अथवा बदलने की प्रक्रिया में कोई भी गतिविधि बिजली विभाग के तरफ से नहीं किया गया है,जिस कारण बिजली की समस्या निरंतर यहाँ बनी हुवी है।

ग्रामीणों ने आगे बताया कि ग्राम में सबसे बड़ी समस्या पानी की है,यहाँ कुछ साल पूर्व 1 बोर हुआ करता था,जिसका पाइप नीचे धंस जाने के कारण बोर खराब हो गया और इसके बनने की उम्मीद नहीं के बराबर है,जिस कारण ग्राम में पानी की गंभीर समस्या बनी हुवी है।ग्रामीण आज 1 बाल्टी पानी के लिए भी 3 किलोमीटर दूर ग्राम से नीचे की ओर  जेयूर नदी में आश्रित हैं,3 किलोमीटर दूर से पानी लाकर ग्रामवासी किसी तरह जीवन के लिए आवश्यक पानी ला अपना और अपने परिवार को जीवित रखे हैं,अगर जेयूर नदी से उन्हें पानी न मिले तो सभी ग्रामीण पानी के लिए मोहताज हो जायेंगे और बूंद बूंद पानी के बिना दम तोड़ने पर मजबूर होंगे।बोर के ख़राब होने व नए बोर अथवा कुंआ का मांग ग्रामीणों के द्वारा कई बार किया जा चुका है लेकिन इस समस्या का भी निदान कर पाने में केंद्र,राज्य व जिला प्रशासन ने अभी तक कोई रूचि नहीं दिखाया है।  लगभग 1 साल से भी ज्यादा समय से बिजली व पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों ने श्री सिंह को बताया कि वे भी भारत के साथ साथ छत्तीसगढ़ राज्य व जशपुर जिला के वासी हैं लेकिन उनकी समस्या का निदान न तो केंद्र सरकार,न राज्य सरकार और न ही जिला प्रशासन ने करने में कोई रूचि दिखाई है जिस कारण वे काफी आहत हैं।ग्रामीणों की समस्या से रूबरू होने के बाद बरगद छाप से चुनाव लड़ रहे बीडीसी प्रत्यासी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि वे शासन व प्रशासन के बीच का कड़ी बन उनकी आवाज पहुंचाएंगे और चुनाव पश्चात प्राथमिकता से समस्या का निदान यहाँ करवाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे।

 

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