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प्रशासन की लापरवाही से सांसत में फंसी बोर्ड परीक्षार्थियों की जान-आँख मुंद कर अनुमति दे रहें हैं जिम्मेदार अधिकारी,,,बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने परीक्षा के समय किये जा रहे मेले के आयोजन पर अभिभावकों ने उठाया सवालिया निशान,कहा परीक्षा परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं आने पर कौन होगा जिम्मेदार

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बगीचा :  सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई है. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू होने जा रही है. लेकिन बगीचा ब्लाक में अब तक अधिकारियों ने ध्वनि विस्तारक यंत्रो के प्रयोग को प्रतिबंधित नहीं किया है. लापरवाही का आलम यह है की सुबह से लेकर देर रात तक डीजे और कानफोड़ू ध्वनि विस्तारक यंत्रो का उपयोग किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी गहरी नींद में सोये हुए हैं.इतना ही नहीं जिले में आँख मुंद कर बड़े आयोजनों को अनुमति भी दी जा रही है।

अभिभावक परेशान परीक्षा परिणाम में आया अंतर तो इसका जिम्मेदार कौन

ठीक परीक्षा के समय मेला का आयोजन करने से अभिभावकों के सर पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं।अभिभावकों का कहना है कि 25 फरवरी से डी. ए. व्ही. स्कूल की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं,वहीं इसके कुछ दिन बाद बोर्ड परीक्षा सहित अन्य स्कूलों की भी परीक्षाएं शुरू होनी है।ऐसे में उन्होंने आशंका व्यक्त किया है कि यदि बच्चों का ज्यादा ध्यान पढ़ाई के बजाए मेले की तरफ जायेगा तो इसका बुरा असर बच्चों के परीक्षा फल पर आएगा।इतना ही नहीं यदि वे अपने बच्चों को मेले में जाने से रोकते हैं तो बच्चों का मनोबल टूटेगा जिससे न सिर्फ परीक्षा परिणाम पर असर पड़ेगा बल्कि जिस जोश व उत्साह से मेला का आनंद उठाया जाता है उस पर भी प्रभाव पड़ेगा।इस वजह से अभिभावकों ने मेले के आयोजन की तिथि परीक्षा उपरांत करने की मांग की है।अभिभावकों ने शासन प्रशासन से सवाल किया है की यदि परीक्षा के समय ही मेला का आयोजन होता है और परीक्षा परिणाम विपरित आता है तो फिर इसका जवाबदारी कौन लेगा ?

बगीचा में जतरा मेला का आयोजन

जिला प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही बगीचा में सामने आई है. यहां वार्षिक जतरा मेला का आयोजन 25 फरवरी से किया जाना है. नगर पंचायत ने इसके लिए निविदा की प्रक्रिया पूरी भी कर चुकी है. लेकिन, मेला आयोजन की तिथी निर्धारित करने के दौरान न तो नगर सरकार ने बोर्ड परीक्षा का ध्यान रखा और ना ही स्थानीय अधिकारियों ने. जानकारी के लिए बता दे कि बगीचा में मेला के उद्घाटन के दिन से ही डीएवी पब्लिक स्कुल का वार्षिक परीक्षा शुरू हो रहा है. सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि परीक्षार्थी और परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों की पढ़ाई पर, अधिकारियों की इस घोर लापरवाही का क्या असर हो सकता है।

जिला प्रशासन ने झोक रखी है ताकत

उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डा रवि मित्तल ने कक्षा 10 वी और 12 12 वीं की बोर्ड परीक्षा में जिले को टॉपर लिस्ट में शामिल कराने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए उन्होंने शिक्षा विभाग पर नकेल कसने के साथ ही, राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर नजर रखने और स्कूलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया था.

जतरा मेला के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रो के प्रयोग के लिए आवेदन आने पर विचार किया जाएगा -आरपी चौहान, एसडीएम, बगीचा 

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