निरंजन मोहन्ती नारायणपुर
नारायणपुर - रमसमा चर्च में ख्रीस्त राजा पर्व मनाया गया,इस पर्व में रमसमा पारिस में 24 गांव के हजारों की संख्या में ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित थे,इस रमसमा पारिस जोकबहला पल्ली से कट कर 1983 में बनी थी,तब से आज तक यंहा ख्रीस्त राजा का पर्व मनाया जाता है,इस पारिस के फादर अगस्तुस कुजूर ने बताया कि यंहा 35 वर्षों से इस त्योहार को मनाते आ रहे हैं,ईसा कलेण्डर के अनुसार प्रतिवर्ष के नवम्बर माह के अंतिम रविवार को कैथोलिक समाज का पूजन वर्ष का अंतिम दिन होता हैं औऱ दिसम्बर माह का पहला रविवार पूजन का पहला दिन के रूप में सुरुआत माना जाता है,येसु ख्रीस्त राजा ईसाई समुदाय के प्रत्येक ब्यक्ति के लिए राजा है औऱ इनका उद्देश्य मानव के हर बुराई को दूर करते हुए आपसी भाई चारा मेल मिलाप बना रहे और हर तरह से शांति बना रहे इस पर्व का यही मूल उद्देश्य है।रमसमा पारिस के हजारों अनुयाइयों द्वारा आज सुबह 9 बजे रमसमा बस्ती से चर्च तक जयकारा करते मांदर की ध्वनि नाच गाना,प्रार्थना कर जुलूस निकाला गया। चर्च प्रांगण में पहुंच कर प्रार्थना सभा के दौरान फादर ने कहा कि ईसा मसीह जन जन के राजा हैं,उनके ईश वचन और संस्कारों का अनुकरण करना है,औऱ ईसा मसीह को राजा घोषित होने का विस्तार से जानकारी दी ।तत पश्यात सभी के द्वारा आराधना की गई।
इस ख्रीस्त राजा पर्व में हजारों की भीड़ इस जुलूस यात्रा में शामिल हुए,फादर ने ख्रीस्त राजा के सम्मान में शोभा यात्रा का आरंभ किया।उपस्तिथ छोटे छोटे बच्चों ने रथ पर फादर के द्वारा रखे सक्रामेंट के ऊपर पुष्प वर्षा करते रहे,नन्हे नन्हे बच्चों के द्वारा जगह जगह झांकी प्रस्तुत की गई,हजारों ईसाई समुदाय ने मिलकर इस त्योहार को मनाते हुए यात्रा को सफल बनाया।