असरफ खान(संवाददाता)
मनोरा-जशपुर जिले के मनोरा विकास खण्ड के अंतर्गत विकास खण्ड मनोरा, मनरेगा योजना के तहत भुगतान नही किया गया।इस बात से खफा मजदूर अचानक गुरुवार को अचानक कार्यालय आ धमके और मजदूरी का मांग अधिकारियों से करने लगे।जहाँ अधिकारियों से चर्चा के बाद सभी मजदूर वापस अपने घरों की ओर निकले। ज्ञात हो की मनरेगा में मजदूरी भुगतान को लेकर गुरुवार को अचानक ग्राम मनोरा के ग्रामीण जनपद पंचायत कार्यालय पहुँच गए और लंबित भुगतान का मांग अधिकारियों से करने लगे,इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि बैंक त्रुटि के कारण इनका भुगतान लंबित है जिसे जल्द ही सुलझा लिया जायेगा।अधिकारियों व मजदूरों के मध्य सार्थक चर्चा के बाद मजदूरों का गुस्सा शांत हुवा और जल्द भुगतान की आस में सभी मजदूर अपने घरों की ओर वापस चल दिए। इस दौरान मौके पर जयराम भगत ब्लाक अध्यक्ष मनोरा,बीडीसी सबीर अंसारी, युथ काँग्रेश गाजी अंसारी मौजूद थे। बीडीसी सबीर अंसारी ने बताया कि डेढ़ साल से रोजगार गारंटी योजना में मजदूर चकर लगा रहे हैं। मगर भुगतान नही हो रहा है, सबीर अंसारी ने बताया कि कोई भी खाता में त्रुटि होता है तो रोजगार सचिव से लेकर उच्च अधिकारियों की जवाब देही बनता है। क्योंकि गाँव के लोग पढ़े लिखे कम मात्रा में मिलते हैं। उसी चीज़ को अधिकारियों को बताना चाहिए। क्योंकि अधिकारी का काम है लोगो की समस्या को सुलझाना मगर अधिकारी समय पर तो पहुचते है ऑफिस लेकिन कुर्सी पर ही समय बीत जाता है, मगर मजदूरों की परेशानी नही सुलझती है। इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार गाढ़ा से जानकारी लिया गया तो उन्होंने बताया कि बैंक खाता में त्रुटि के कारण मजदूरों का भुगतान नहीं हो पाया,बहुत से मजदूरो के खाता से लेन देन नही होता जिसके कारण बैंक में पैसा नही चढ़ पता है,195 मजदूरों के खाता त्रुटि में गड़बड़ी है, बहुत से मजदूरों को यह पता नही रहता कि उनका खाता में पैसा आ गया है। कुछ बैंक की भी लापरवाही रहती है। क्योंकि जब मजदूर बैंक जाते है तो स्टेटमेंट बैंक वाले नही देते हैं। जिसके बाद मजदूरों को परेशानी होती है।