Updates
  1. जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले वासियों के लिए नेवता पाती के माध्यम से मतदान दिवस के लिए किया आमंत्रित
  2. चिरमिरी पुलिस ने किया बिना नम्बर स्कूटी में अवैध मादक गांजा का परिवहन करते गांजा विक्रेता को गेल्हापानी से गिरफ्तार
  3. चिलचिलाती धुप में विधायक गोमती भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम के साथ निकली सड़क पर ,मांगे वोट
  4. निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्य में लापरवाही बरतने पर पत्थलगांव के विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी धनीराम भगत निलंबित : जशपुर कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने किया बड़ा कार्यवाही,भगत का उक्त कृत्यउदासीनता एवं लापरवाही का द्योतक तथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम, 1965 के नियम 03 के विपरीत
  5. कोरबा संसदीय निर्वाचन में 27 अभ्यर्थी मैदान में, 7 मई को सुबह 7 से शाम 6 तक होगी मतदान, मतदान दलों को दिया जाएगा ओ.आर.एस. पैकेट...
slider
slider

काव्य कलश : नानक-वंदन (गुरु नानक देव जी को समर्पित)

news-details

गिरीश पंकज

 

दोहा

 

तलवंडी में अवतरे, ननकाना अब नाम।

जन्मस्थली बन गयी, सुंदर तीरथ धाम ।1

सन चौदह सौ उनहत्तर, हुआ एक अवतार।

गुरु नानक जी नाम से, परिचित है संसार।।2

 माँ तृप्ता, कालू पिता, दोनों भये निहाल।

सुंदर बालक देखकर,  हर कोई खुशहाल।।3

 

चौपाई

 

बचपन से ही थे गुरु ज्ञानी, बंद नयन रहते बस ध्यानी। 1

मात-पिता दोनों घबराए, पंडित के घर उन्हें पठाए।2

देख ज्ञान नानक का भारी, कहने लगे सभी अवतारी।3

फिर मौलवी कुतुब भी आए, देख के प्रतिभा वे चकराए ।4

नानक के आगे सब फीके, हर कोई उनसे ही सीखे।5

गाय चराने वन को जाते, छोड़ उन्हें बस ध्यान लगाते ।6

नाग करे तब फन से छाया, कैसी थी ये प्रभु की माया। 7

चमत्कार वाला था जीवन, महसूसा सब ने ही प्रति क्षण। 8

 

दोहा

 

शादी हुई फिर बाद में, आई दो संतान ।

नानक निर्मोही रहे,  करें  निरन्तर ध्यान।। 4

अदभुत सन्त उदार थे, दिया यही पैगाम।

बोलो सारे लोग इक्क, ओंकार सतनाम।। 5

 

(शीघ्र प्रकाश्य 'नानक-पचासा' का एक अंश)

whatsapp group
Related news