"संजय गुप्ता"
कोरिया जिले के नगर पंचायत झगराखाण्ड के इंजीनियर कि अजब - गजब इंजीनियरिंग का मामला इन दिनों प्रदेश में सुर्खियों में छाया हुआ है
विभाग के द्वारा नियमों की खुलेआम धज्जिया उड़ाते हुए बलाए ताक में रख कर निर्माण कराया जा रहा है तथा लापरवाही करने का ना कोई भय ना ही कोई डर जिसका जो मन कर रहा है वह वही कर रहा है। ताजा उदाहरण नगर पंचायत झगराखाण्ड के वार्ड क्रमांक 15 में देखने पर सामने आया है। झगराखाण्ड कि सुप्रसिद्ध सिद्ध बाबा मंदिर के पहाड़ी के नीचे पहले से लगे हैंडपंप पर मन-माने एवं अनियमित तरीके से सड़क निर्माण का कार्य करा दिया गया,अब हालात यह हो गई है कि सड़क के बीचो बीच हैंडपंप आ गया। जिस प्रकार से हैंडपंप लगा है वह कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बन चुकीं हैं तथा हैंडपंप भी ऐसी जगह लगाई गई है जो आबादी से दूर हैं जिससे किसी को कोई फायदा नहीं सिर्फ जनता के पैसों की खुल्लेआम बर्बादी की गई है एवं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त हैंडपंप का लगभग 2 वर्षों से भुगतान तक नहीं हुआ है।
उक्त कृत्य सोशल मीडिया में इन दिनों उड़ रहा मज़ाक किसी ने उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का नमूना कहा तो किसी ने स्वतंत्रता दिवस पर पुरस्कार देने की मांग के साथ ही नगरीय प्रशाशन मंत्री से ऐसे तकनीकी विशेषज्ञ इंजीनियर को उत्क्रष्ट कार्य के लिये प्रशस्ति पत्र देकर संम्मानित किया जाना चाहिये।