"नितिन राजीव सिन्हा"
छत्तीसगढ़ की धरा को बिंदेश्वरी बघेल का संघर्ष और इस माटी के प्रति उनका समर्पण याद है जबकि भाजपा सरकार में उन्हें पुलिस थाने में घंटों बैठाये रखा गया था हमें याद है जब उन्होंने बड़ी मासूमियत से कहा था कि भिलाई हमारी ज़मीन पर ही बसा है पर,तब ज़मीन के छोटे से टुकड़े के मामले में रमन सिंह की सरकार ने उनके साथ ना इंसाफ़ी की थी..,
संघर्ष का वह दौर छत्तीसगढ़ की जनता ने देखा है जब भूपेश बेख़ौफ़ थे और ३ रे काल की स्थापित सत्ता को ललकार रहे थे वे अपनी पुश्तैनी ज़मीनों को राजनीतिक रंजिश के दौर में खो रहे थे और उनके इस संघर्ष में कहीं माँ ज़रूर थी..,
आज छत्तीसगढ़ ने माँ बिंदेश्वरी को खोया है अश्रु पूर्ण श्रद्धा सुमन के साथ उन्हें अंतिम विदाई देते हुए पुत्र भूपेश के लिये चंद शब्द ..,
आँखें खुली
जब भी
तेरा
ही चेहरा
दिखा,
ज़िंदगी का
हर संघर्ष
तुझमें ही
दिखा..,